
Maruti Suzuki की मिनी थार Cervo मात्र 2 लाख में, दमदार इंजन और फीचर्स भी टकाटक। जापान में 1977 में लॉन्च होने वाली Suzuki Cervo अब भारत में एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई है। यह कार अपने समय में ‘kei car’ के तौर पर जानी जाती थी, जो खास तौर पर छोटी, फ्यूल एफिशेंट और टैक्स में बचत करने वाली होती थी। Suzuki ने इस कार को जापान में लॉन्च किया और यह बहुत ही कम समय में वहां के लोगों का दिल जीतने में सफल रही। तो क्या अब भारत में भी यह मिनी थार के रूप में वापसी करने वाली है? आइए जानते हैं।
Cervo की जापान में शुरुआत: Suzuki Cervo की शुरुआत जापान में 1977 में हुई थी और यह एक छोटी लेकिन ताकतवर कार बन गई थी। इसके छोटे आकार और ईंधन की खपत में कमी के कारण यह जापान के ड्राइवरों के बीच बहुत पॉपुलर हो गई थी। इसका इंजन छोटा था लेकिन परफॉर्मेंस दमदार था। Cervo की खास बात यह थी कि यह टैक्स और इंश्योरेंस में भी बचत करती थी।
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भारत में क्यों हिट हो सकती है Cervo? 2010 के आसपास भारत में इस कार के बारे में उत्साह पैदा होने लगा था, जब Maruti Suzuki ने Cervo को भारतीय सड़कों पर लाने की संभावना पर विचार करना शुरू किया। भारत के बड़े शहरों में बढ़ती ट्रैफिक की समस्या, बढ़ती फ्यूल कीमतें और लोग छोटी, सस्ती और पार्किंग में आसानी से फिट होने वाली कारों की तलाश में थे। इस तरह Maruti Suzuki को लगा कि यह Cervo, Maruti 800 के खत्म होने के बाद एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।
Cervo की विशेषताएँ: Suzuki Cervo का जापान में जो आखिरी वर्शन था, वह भारतीय बाजार में खासा सफल हो सकता था। इसमें 660cc का इंजन था, जो Regular और Turbocharged वर्शन दोनों में उपलब्ध था। इसके बावजूद यह कार केवल 3.4 मीटर लंबी थी और इसमें चार लोग आराम से बैठ सकते थे। Cervo की एक और खासियत थी उसके अंदर मौजूद फीचर्स। इसमें कीलेस एंट्री, ऑटोमेटिक क्लाइमेट कंट्रोल और मल्टीपल एयरबैग्स जैसे फीचर्स थे, जो आमतौर पर महंगी कारों में पाए जाते हैं। इसका फ्यूल एवरेज 20-25 किलोमीटर प्रति लीटर था, जो इसे और भी आकर्षक बनाता था।
भारत में क्यों नहीं आई Cervo? बावजूद इसके कि Cervo को लेकर भारतीय ग्राहकों में भारी उत्साह था, Maruti Suzuki ने इस कार को भारतीय बाजार में लॉन्च नहीं किया। इसका कारण था कुछ व्यावहारिक चुनौतियाँ। सबसे पहली बात, Maruti के पास पहले ही Alto और WagonR जैसे पॉपुलर मॉडल्स थे, जिनके साथ Cervo का आना कस्टमर्स को भ्रमित कर सकता था। दूसरी बात, भारतीय सड़कों और नियमों के हिसाब से Cervo को एडजस्ट करना महंगा हो सकता था, जिससे इसकी कीमत को किफायती बनाना मुश्किल हो जाता।
इसके अलावा, भारतीय कार बाजार में उस समय छोटे SUV’s और क्रॉसओवर की मांग बढ़ने लगी थी। ऐसे में एक छोटी और अत्यधिक कॉम्पैक्ट कार, Cervo, भारतीय कंज्यूमर के बदलते स्वाद के मुताबिक फिट नहीं बैठती।
Cervo के प्रभाव को महसूस करना: हालांकि Cervo भारत में लॉन्च नहीं हुई, लेकिन इसके प्रभाव को भारतीय कार बाजार में देखा जा सकता है। Maruti Swift और Hyundai i20 जैसे मॉडल्स ने बेहतर फीचर्स के साथ थोड़ा बड़ा आकार पेश किया। साथ ही, Maruti S-Presso और Renault Kwid जैसे मॉडल्स छोटे आकार के साथ SUV जैसा लुक देने की कोशिश कर रहे थे।
क्या भविष्य में वापसी कर सकती है Cervo? यदि Maruti Suzuki इस Mini Thar जैसे छोटे और किफायती SUV के रूप में Suzuki Cervo को भारत में लॉन्च करती है, तो इसकी कीमत लगभग 2 लाख रुपये तक हो सकती है, जो कि इसे और भी किफायती बनाती है। हालांकि, Cervo का भारतीय बाजार में आना अभी तक निश्चित नहीं है, लेकिन इसकी वापसी के बारे में चर्चाएँ जारी हैं।
सीखें Cervo की कहानी से: Cervo की कहानी हमें यह सिखाती है कि सही समय पर सही उत्पाद लाना कितना जरूरी होता है। कभी-कभी, एक अच्छा उत्पाद भी तब असफल हो सकता है जब ग्राहक की पसंद बदल जाती है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय मॉडल्स को भारतीय बाजार में पेश करना सरल नहीं होता – इसके लिए सही प्लानिंग और निवेश की आवश्यकता होती है।
Maruti Suzuki ने अपनी पहले से मौजूद कारों में कुछ ऐसे फीचर्स जोड़ने शुरू किए, जो Cervo को खास बनाते। इस प्रकार, यह कहानी यह भी दिखाती है कि कभी-कभी किसी कार को न लॉन्च करना भी एक स्मार्ट रणनीति हो सकती है।