
अगर आपके आधार कार्ड में पिता के नाम की स्पेलिंग गलत है या फिर कोई और सुधार करना है, तो अब आपको इसके लिए जटिल प्रक्रिया का सामना नहीं करना पड़ेगा। UIDAI (Unique Identification Authority of India) ने आधार कार्ड में सुधार की प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है। अब आपको अपने आधार कार्ड में कोई भी बदलाव करने के लिए बायोमेट्रिक डाटा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
UIDAI ने शुरू किया नया सिस्टम
UIDAI ने इस सुविधा के तहत अब आधार सेवा केंद्र पर जाकर सुधार करवाने की प्रक्रिया को सरल बना दिया है। खासकर अगर आपके पिता के नाम की स्पेलिंग में गलती है, तो अब आपको बिना किसी मुश्किल के इसे सही करवाने का मौका मिलेगा।
बायोमेट्रिक डाटा की जरूरत नहीं
अब से आधार कार्ड में नाम सुधारने के लिए आपको बायोमेट्रिक डाटा की कोई जरूरत नहीं होगी। इस प्रक्रिया में सिर्फ आपके और आपके पिता के ओरिजिनल आधार कार्ड की जरूरत होगी। सुधार के दौरान आपकी थंब इंप्रेशन के जरिए ऑथेंटिकेशन किया जाएगा, जो इस बात को सुनिश्चित करेगा कि सुधार केवल अधिकृत व्यक्ति ही करवा सके।
बड़े शहरों में रहने वालों के लिए खास फायदा
यह नई सुविधा उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जो बड़े शहरों में रहते हैं, जबकि उनके माता-पिता किसी अन्य शहर में निवास करते हैं। अब आप बिना अपने माता-पिता को लेकर आए, इस पूरी प्रक्रिया को अपने आप ही पूरा कर सकते हैं।
आधार कार्ड सुधार प्रक्रिया में ये कदम उठाएं:
- आधार सेवा केंद्र जाएं: सबसे पहले अपने आधार कार्ड और पिता का ओरिजिनल आधार कार्ड लेकर नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाएं।
- वेरिफिकेशन प्रोसेस: सेवा केंद्र पर आपकी थंब इंप्रेशन के जरिए वेरिफिकेशन होगा। यह प्रोसेस सुनिश्चित करती है कि सुधार सिर्फ ऑथोराइज्ड व्यक्ति ही करवा सके।
- डॉक्यूमेंट अपलोड करें: अगर आप ऑनलाइन सुधार करना चाहते हैं, तो आपको पिता का जन्म प्रमाण पत्र या शादी प्रमाण पत्र अपलोड करना होगा।
- जानकारी जांचें: सभी जानकारी सही तरीके से भरने के बाद उसे कन्फर्म करें।
- स्वीकृति पर्ची प्राप्त करें: सुधार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आपको स्वीकृति पर्ची मिलेगी, जिसे आप भविष्य में सुरक्षित रख सकते हैं।
मुफ्त सुधार सुविधा
UIDAI ने बताया कि आधार कार्ड में सुधार की यह सुविधा एक निश्चित तारीख तक मुफ्त दी जा रही है। इसके बाद, सुधार के लिए शुल्क लिया जाएगा।
यह पहल आधार कार्ड सुधार प्रक्रिया को अधिक सुगम और आसान बनाती है, खासकर उन लोगों के लिए जो ग्रामीण इलाकों में नहीं रहते या जिनके पास अपने माता-पिता के साथ होने का समय नहीं है। अब इस नई प्रणाली के साथ, UIDAI ने डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और बड़ा कदम बढ़ाया है।