Betul News: शादी के नाम पर लोगों को ठगने वाले एक ‘लुटेरी दुल्हन’ गैंग का बैतूल पुलिस ने सफलतापूर्वक भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह की मुख्य महिला आरोपी और उसकी एक नाबालिग साथी को पड़ोसी हरदा जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी इस मामले में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि इससे पहले भी इस गैंग के चार अन्य सदस्यों को पुलिस अपनी गिरफ्त में ले चुकी थी।
ऐसे दिया जाता था वारदात को अंजाम:
यह पूरा मामला तब सामने आया जब 8 सितंबर 2024 को देवास के हाटपिपलिया निवासी राजेश मंसुरिया ने गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। राजेश के मुताबिक, सुरेंद्र यादव नाम के एक शख्स ने उसके साले धर्मेंद्र बागवान की शादी सीमा यादव नामक युवती से कराने का झांसा दिया और उन्हें बैतूल बुलाया। पीड़ित परिवार को युवती के फर्जी दस्तावेज दिखाए गए और शादी के एवज में डेढ़ लाख रुपये की मांग की गई। इसमें से एक लाख रुपये नकद दिए गए, जबकि 40,500 रुपये फोनपे के माध्यम से ट्रांसफर किए गए।
शादी की रस्मों को पूरा करते हुए युवती को मंगलसूत्र और पायल पहनाई गई, और कोर्ट में लिव-इन एग्रीमेंट भी कराया गया। सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन वापसी के दौरान सीमा नामक यह युवती एक ढाबे से अपनी स्कूटी पर फरार हो गई। इस घटना ने पीड़ित परिवार को स्तब्ध कर दिया और उन्हें एहसास हुआ कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं।
पुलिस की मुस्तैदी और गिरफ्तारी:
शिकायत मिलने के बाद, गंज थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपराध क्रमांक 314/24 के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी। पुलिस टीम ने तेजी दिखाते हुए पहले इस गिरोह के चार सदस्यों – सुरेंद्र उर्फ बहू यादव (32), रमेश सूर्यवंशी (63), सावित्री अहाके (30) और राजेश अहिरवार (32) – को गिरफ्तार किया।
अब, पुलिस ने इस मामले की मुख्य आरोपी जिया उर्फ जिज्ञासा अहिरवार (19) और एक फरार नाबालिग सहयोगी को हरदा से धर दबोचा है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया है। इस गिरफ्तारी से ‘लुटेरी दुल्हन’ गैंग की गतिविधियों पर बड़ी लगाम लगने की उम्मीद है।
पुलिस टीम को मिली सराहना:
इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक सरविंद धुर्वे, उप निरीक्षक रणधीर सिंह राजपूत, प्रधान आरक्षक रामदास, महिला प्रआर भारती, संध्या, गीता, महिला आरक्षक प्रियंका, रूपाली, शकुन, आरक्षक नवीन रघुवंशी, रवि कौशल, अनिरुद्ध, और साइबर सेल के बलराम व राजेंद्र धाड़से की टीम ने अहम भूमिका निभाई, जिनकी मुस्तैदी और लगन के चलते इस ठगी गिरोह का पर्दाफाश हो सका।